मुंह से बदबू का कारण और इलाज मुंह से बदबू क्यों आती है? जानिए 10 देसी रामबाण इलाज जो आपकी सांस को ताजगी दे देंगे
मेरा नाम है नीरज भारद्वाज और मेने बहुत ज्यादा रिसर्च करने के बाद सांस की बदबू गले से बदबू आने की आम वजहें के बारे मे इस आर्टिकल मे बताया हूँ जिससे आपको राहत जरूर मिलेगी और मेने इन जानकारियों को सोशल मीडिया से भी लिया हुआ है जिनका link मे नीचे डाल दूँगा टोंचलिए सुरु करते है
अगर आपसे कोई मुंह मोड़कर बात करता है, या बार-बार माउथ फ्रेशनर के लिए जेब टटोलनी पड़ती है, तो समझ लीजिए कि कहीं न कहीं मुंह की दुर्गंध (Bad Breath) ने घर बना लिया है। ये सिर्फ एक शर्मिंदगी की बात नहीं है, बल्कि शरीर के अंदर चल रही किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
🧠 मुंह से बदबू आने के पीछे के असली कारण
1. जीभ की सफाई न करना
मुंह से बदबू की सबसे आम वजह है – जीभ पर जमा सफेद परत (coating)। यही परत बैक्टीरिया को जन्म देती है और बदबू फैलाती है।
2. टॉन्सिल स्टोन (Tonsil Stones)
गले के दोनों तरफ मौजूद टॉन्सिल में छोटे-छोटे सफेद कण जम जाते हैं जिन्हें टॉन्सिल स्टोन कहते हैं। ये धीरे-धीरे गलते हैं और तेज़ बदबू फैलाते हैं।
3. पेट की गैस और खराब पाचन
खाना सही से न पचना, गैस बनना या एसिडिटी होने पर पेट से ऊपर बदबूदार हवा निकलती है जो मुंह के रास्ते सांस में मिल जाती है।
4. दांतों और मसूड़ों की बीमारी
पायरिया, दांतों में सड़न, कैविटी या फंसा हुआ खाना – ये सब भी बदबू का बड़ा कारण बनते हैं।
5. पानी की कमी
शरीर में पानी कम होगा तो लार कम बनेगी। लार ही बैक्टीरिया को साफ करती है। जब लार सूखती है तो बदबू शुरू होती है।
6. नाक या साइनस की समस्या
Post nasal drip यानी बलगम गले में गिरता है और वहां बैक्टीरिया को जन्म देता है।
7. धूम्रपान या तंबाकू
गुटखा, बीड़ी, सिगरेट – ये सब सिर्फ सांस को बदबूदार ही नहीं बनाते, बल्कि मुँह के कैंसर की ओर भी ले जाते हैं।
पेट दर्द देता है हर दिन तों उसका इलाज https://taazikhabar.com/pet-dard-ke-gharelu-upay-%e0%a4%aa%e0%a5%87%e0%a4%9f-%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%98%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%82-%e0%a4%87%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%9c/?amp=1
🟢 मुंह से बदबू दूर करने के 10 देसी रामबाण इलाज
1. गुनगुने नमक पानी से गरारे
1 गिलास गर्म पानी + 1/2 चम्मच सेंधा नमक
दिन में 2 बार गरारे करें
टॉन्सिल और गले की सफाई होती है
2. मुलहठी का टुकड़ा चूसना
गले के बैक्टीरिया को खत्म करता है
सांस में ताजगी लाता है
3. अजवाइन का पानी
1/2 चम्मच अजवाइन को 1 कप पानी में उबालें
छानकर पी लें – गैस और बदबू दोनों से राहत
4. हल्दी वाला दूध
रात को सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध + 1/2 चम्मच हल्दी
अंदरूनी सूजन और गले की बदबू को जड़ से मिटाए
5. नारियल तेल से कुल्ला (Oil Pulling)
रोज सुबह खाली पेट 1 चम्मच नारियल तेल को 3 मिनट मुंह में घुमा कर थूक दें
बैक्टीरिया साफ होंगे और दांतों-मसूड़ों में ताजगी आएगी
6. सौंफ और मिश्री
खाने के बाद 1 चम्मच सौंफ में थोड़ी मिश्री मिलाकर चबाएं
बदबू हटेगी और पेट भी साफ रहेगा
7. तुलसी के पत्ते चबाना
तुलसी में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं
सुबह-सुबह 3–4 पत्ते चबाएं
8. एलोवेरा जूस
रोज़ाना सुबह खाली पेट 20ml एलोवेरा जूस पीने से पेट साफ होता है और बदबू दूर होती है
9. जीभ की सफाई – रोजाना
दिन में एक बार Tongue Cleaner से अच्छे से जीभ की सफाई करें
सफेद परत हटा देना ही पहला इलाज है
10. खूब पानी पिएं
कम से कम 8–10 गिलास रोज
सूखे मुंह में बदबू सबसे जल्दी पनपती है
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⚖️ फायदे और नुकसान – जो लोग नहीं जानते
✅ फायदे:
सांस में ताजगी और आत्मविश्वास आता है
टॉन्सिल की बीमारी रुकती है
पाचन तंत्र बेहतर होता है
रिश्तों में शर्म और दूरी कम होती है
❌ नुकसान (अगर नजरअंदाज किया जाए तो):
लगातार बदबू से लोग दूरी बनाने लगते हैं
टॉन्सिल में सूजन या स्टोन बढ़ सकते हैं
Social anxiety और low confidence होने लगता है
गलत उपाय (जैसे माउथवॉश का अत्यधिक प्रयोग) से मुंह सूखता है और बदबू और बढ़ती है
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🧪 कब डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है?
अगर ये लक्षण लगातार बने रहें:
गले में सफेद चीज़ें दिखें
निगलने में दिक्कत हो
बदबू 10-15 दिन से ज्यादा समय तक बनी रहे
या टॉन्सिल स्टोन बार-बार उभर रहे हों
तब ENT डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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🔚 निष्कर्ष: एक सांस जो भरोसा दिलाए
मुंह की बदबू सिर्फ एक छोटी सी गंध नहीं है — ये आपके अंदर की सेहत, आत्मविश्वास और सामाजिक रिश्तों से जुड़ा मुद्दा है। इसका इलाज किसी मंहगे माउथवॉश में नहीं, बल्कि देसी नुस्खों और सही दिनचर्या में है।
अगर आपने ऊपर बताए उपायों को 7 दिन भी ईमानदारी से फॉलो किया, तो फर्क साफ नज़र आएगा – आपकी सांस भी और आपकी सोच भी।
India tv hindi ने इस के ऊपर kya लिखा है पड़े –https://www.google.com/amp/s/www.indiatv.in/amp/health/bad-breath-mouth-smell-causes-may-be-vitamin-c-vitamin-d-or-vitamin-b12-deficiency-home-remedy-for-bad-breath-2024-11-15-1090758
क्या लंबे समय तक लिप्स पर किस (Kiss) करने से गले में बदबू या टॉन्सिल/गले की बीमारी हो सकती है?
💋 ज्यादा देर तक Lip Kiss करने से क्या हो सकता है?
1. बैक्टीरिया और वायरस का आदान-प्रदान
एक-दूसरे के मुंह के बैक्टीरिया, थूक (saliva), और वायरस मिल जाते हैं।
अगर सामने वाले के मुंह में बैक्टीरिया ज़्यादा हैं (जैसे टॉन्सिल स्टोन, मसूड़े की सूजन, इंफेक्शन), तो वो तेरे मुंह में आ सकते हैं।
👉 इससे तेरे गले में संक्रमण, टॉन्सिल में सफेद कण, या मुंह की बदबू जैसी समस्या हो सकती है।
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2. Infectious Mononucleosis (Kissing Disease)
एक वायरस होता है – Epstein Barr Virus (EBV)
ये किसिंग से फैलता है और लक्षण होते हैं:
गले में दर्द या सूजन
मुंह की बदबू
थकान, बुखार
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3. अगर सामने वाले को पेट, गले या दांतों की कोई प्रॉब्लम है
तो तेरे अंदर भी वही चीजें आ सकती हैं:
बदबूदार बैक्टीरिया
fungal infection (Candida)
या gastric reflux जैसी condition worsen हो सकती है |
✅बचाव कैसे करें?
उपाय फायदा
दोनों की मुंह की साफ-सफाई ठीक होनी चाहिए- बैक्टीरिया का खतरा कम
जीभ साफ करना और गरारा करना – गले के बैक्टीरिया हटेंगे
लंबे और बार-बार kiss करने से थोड़ी सावधानी – जब तक सामने वाले की oral hygiene क्लियर न हो|
🟩 फायदे (जो लोग ठीक से इलाज या सावधानी रखते हैं)
✅ 1. गले की सफाई से पूरा सिस्टम हल्का हो जाता है
> गरारे, हल्दी दूध और जीभ की सफाई से ना सिर्फ बदबू हटती है बल्कि पेट, गले और सांस की दिक्कतें भी कम होती हैं।
✅ 2. टॉन्सिल स्टोन हटाने से इम्यूनिटी भी बेहतर होती है
> क्योंकि वो छोटे-छोटे कण बैक्टीरिया का घर होते हैं, हटते ही बार-बार गले में infection या बुखार की संभावना कम हो जाती है।
✅ 3. अपनी हेल्थ को लेकर सजगता आती है
> जब यूज़र को पता चलता है कि एक लिप किस या सादा जीभ साफ न करना इतना असर डाल सकता है, तो वो अपनी oral hygiene को लेकर और ज़िम्मेदार बनता है।
✅ 4. रिश्तों में झिझक खत्म होती है
> मुंह की बदबू एक छुपी हुई टेंशन होती है। जब वो हट जाती है, तो आत्मविश्वास लौटता है — चाहे बातचीत हो, या निजी रिश्ते।
नीचे मैं मुंह की बदबू (Halitosis) के कुछ मुख्य मेडिकल कारणों को छोटे-छोटे पैरा में सरल और प्रोफेशनल भाषा में समझा रहा हूँ — जैसे कि:
टॉन्सिल स्टोन्स
साइनस इंफेक्शन
मधुमेह (Diabetes)
पेट की समस्या
मसूड़ों की बीमारी
ड्राय माउथ
🧄 1. टॉन्सिल स्टोन्स (Tonsil Stones)
टॉन्सिल स्टोन्स छोटे-छोटे सफेद या पीले रंग के कण होते हैं जो गले के दोनों तरफ मौजूद टॉन्सिल्स की दरारों में जमा हो जाते हैं। ये स्टोन फंसे हुए खाने के कण, लार और मरे हुए सेल्स से बनते हैं, जो धीरे-धीरे सड़ने लगते हैं। इसका सबसे आम लक्षण है – तेज दुर्गंध वाली सांस, जो बार-बार ब्रश करने पर भी नहीं जाती।
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🤧 2. साइनस इंफेक्शन (Sinus Infection)
साइनस की सूजन या इंफेक्शन में बलगम (mucus) नाक से गले में गिरता है, जिसे Post-Nasal Drip कहते हैं। ये बलगम बैक्टीरिया और प्रोटीन से भरपूर होता है, जो गले में जाकर सड़न और बदबू पैदा करता है। ऐसे लोगों को अक्सर सुबह उठते ही या झुकते समय सांस में बदबू महसूस होती है।
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🍬 3. मधुमेह (Diabetes)
डायबिटीज़ के मरीज़ों में अगर शुगर लेवल कंट्रोल में नहीं हो, तो शरीर की कोशिकाएं एनर्जी के लिए फैट जलाना शुरू करती हैं। इससे Ketones नामक रसायन बनता है, जो सांस से फल जैसी तेज बदबू (fruity smell) निकालता है। इसे मेडिकल भाषा में “diabetic ketoacidosis” कहा जाता है, और ये एक गंभीर संकेत हो सकता है।
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🥴 4. पेट की खराबी और एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux / GERD)
अगर पेट में गैस बनती है या खाना अच्छे से नहीं पचता, तो खाना वापस गले तक आ सकता है। इससे एसिड और बदबूदार गैस मुंह के रास्ते बाहर निकलती है। इस स्थिति को GERD कहा जाता है, और इसका असर सांस की गंध पर सीधा पड़ता है।
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🦷 5. मसूड़ों की बीमारी (Gum Disease)
अगर मसूड़े सूजे हुए हैं या उनमें पायरिया है, तो वहां बैक्टीरिया की कॉलोनी बन जाती है। ये बैक्टीरिया प्रोटीन तोड़ते हैं और सल्फर गैस छोड़ते हैं, जिससे बदबू आती है। मसूड़ों से खून आना, दर्द और मुंह से सड़न जैसी गंध – इसके आम लक्षण हैं।
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💧 6. ड्राय माउथ (Dry Mouth)
जब मुंह में लार कम बनती है, तो बैक्टीरिया साफ नहीं हो पाते। लार की कमी से मुंह सूखता है और बदबू बढ़ती है। ये समस्या उन लोगों में ज़्यादा होती है जो कम पानी पीते हैं, या जिन्हें mouth breathing, कुछ दवाइयां या नींद में खर्राटे जैसी समस्याएं होती हैं।
नीचे मैं हर कारण के साथ छोटा-सा वैज्ञानिक फैक्ट या भरोसेमंद सोर्स (PubMed, ADA आदि) के रेफरेंस शॉर्ट्स में जोड़ रहा हूँ —
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📌 टॉन्सिल स्टोन्स
> “Tonsilloliths produce volatile sulfur compounds responsible for halitosis.”
🧪 Source: PubMed (NIH)
👉 टॉन्सिल स्टोन्स से निकलने वाले बैक्टीरिया सांस में बदबूदार सल्फर गैस बनाते हैं।
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📌 साइनस इंफेक्शन
> “Postnasal drip is a common contributor to halitosis.”
🧪 Source: Journal of Clinical Periodontology
👉 बलगम जब गले में जमता है, तो बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है जो दुर्गंध पैदा करता है।
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📌 मधुमेह (Diabetes)
> “Uncontrolled diabetes can lead to ketoacidosis, causing fruity-smelling breath.”
🧪 Source: American Diabetes Association (ADA)
👉 शुगर असंतुलन से सांस में मीठी लेकिन तेज गंध आती है।
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📌 एसिड रिफ्लक्स (GERD)
> “GERD patients often report halitosis due to regurgitation of gastric contents.”
🧪 Source: National Institutes of Health (NIH)
👉 पेट से लौटती गैस सांस को बदबूदार बना देती है।
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📌 मसूड़ों की बीमारी
> “Periodontal disease is one of the most common causes of chronic halitosis.”
🧪 Source: American Dental Association (ADA)
👉 पायरिया और गम इंफेक्शन मुंह से बदबू के स्थायी कारण बन सकते हैं।
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📌 ड्राय माउथ
> “Reduced salivary flow promotes bacterial growth, worsening oral malodor.”
🧪 Source: PubMed (Oral Medicine Studies)
👉 लार की कमी से मुंह में बैक्टीरिया बढ़ते हैं और सांस की गंध बिगड़ती है।
🟥 नुकसान (अगर नजरअंदाज़ किया या गलत तरीके अपनाए)
❌ 1. टॉन्सिल स्टोन अगर बने ही रहें, तो धीरे-धीरे गले में chronic infection हो सकता है
> और इससे गले में बार-बार सूजन, दर्द, आवाज बैठना या यहां तक कि टॉन्सिल निकालने की नौबत आ सकती है।
❌ 2. लगातार बदबू रिश्तों और सोशल लाइफ को खराब कर देती है
> सामने वाला कुछ कहता नहीं, लेकिन मन ही मन दूरी बना लेता है। ये बात धीरे-धीरे मानसिक तनाव तक ले जाती है।
❌ 3. खुद से हिला-हिलाकर टॉन्सिल स्टोन निकालना नुकसानदेह हो सकता है
कई लोग मुंह में उंगली डालकर या स्टिक से दबा कर स्टोन निकालते हैं। इससे टॉन्सिल फट सकता है, खून भी आ सकता है।
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